मांडू किले का इतिहास

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मांडू, मध्य प्रदेश राज्य के धार जिले में स्थित है और यह एक प्राचीन शहर है जिसे “आनंद की नगरी” कहा जाता है। इसका ऐतिहासिक महत्व है, और यह प्राचीन समय से ही एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक केंद्र रहा है। यहां कुछ महत्वपूर्ण स्थल हैं:

मांडू का ऐतिहासिक महत्व भूपाल सागर तट पर स्थित है, जिसे मांडू गढ़ भी कहा जाता है। यहां कई इतिहासिक स्थल, महल, मंदिर, और बावड़ियां हैं जो मुग़ल, माराठा, और मालवा सल्तनत के समय से बचे हुए हैं।

मांडू का किला, जहां आपको जहांगीर महल, हुशंग शाह की मकबरा, जामा मस्जिद, हिरपुर की बावड़ी, और अनेक अन्य स्थल मिलेंगे, एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।

मांडू ने अपने सुंदर विरासत, सांस्कृतिक धरोहर, और प्राचीन स्थलों के लिए मशहूर है, जो पर्यटकों को यहां आकर एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है।

  1. मांडू का किला: मांडू का किला भूपाल सागर के किनारे स्थित है और इसमें अनेक महल, मकबरे, मंदिर, और बावड़ियां हैं। यहां स्थित जहांगीर महल, हुशंग शाह की मकबरा, और जामा मस्जिद आपको मुग़ल शैली की विशाल और सुंदर आर्किटेक्चर का अनुभव करने का अवसर देते हैं।
  2. जहांगीर महल: यह महल मुग़ल सम्राट जहांगीर के नाम पर बनाया गया था और इसमें सुंदर मुघल आर्किटेक्चर का संगम है।
  3. हुशंग शाह की मकबरा: यह एक और प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है, जो मांडू के किले के परिसर में स्थित है।
  4. जामा मस्जिद: इस मस्जिद का निर्माण मुग़लकालीन शैली में हुआ है और यह बहुत ही सुंदरता से भरा हुआ है।
  5. हिरपुर की बावड़ी: यह एक प्राचीन बावड़ी है जो सागर नदी के किनारे स्थित है और इसका निर्माण मानव मात्रा को पानी प्रदान करने के लिए किया गया था।

मांडू का सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विविधता के कारण यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और यहां प्रतिवर्ष अनेक पर्यटक आते हैं ताकि वे इस समृद्धि से भरे इतिहास का आनंद ले सकें।

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